4/11/2010

अब दलितों के मसीहा के सहारे कांग्रेस.....


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कांग्रेस के महासचिव और युवा के सरोकार बनने वाले राहुल गांधी कभी दलितों के सहारे यूपी की रीजनीति में कांग्रेस की नैया पार सगाने को भरपूर कोशिश में लगे है। कांग्रेस के कथित युवराज राहुल को दलितों के घर जा कर ठहरने और खाने की कहानी तो हम देख ही चुके है....... लेकिन इस कथित दलित प्रेम को राहुल विधान सभा चुनाव के साथ साथ लोक सभा के चुनाव में भुना नहीं सके थे....... कभी कांग्रेस का कथित मुस्लिम प्रेम कम होने या कहे कि मुस्लिम वोट बैंक में कांग्रेस की पैठ कम हो चुकी है.... तो राहुल ने दलित लोगों की सुध लेने का मन बना लिया.....आखिर वो ऐसा करे ना क्यों.... इसी दलित वोट बैंक के सहारे ही तो मायावती यूपी की राजनीति में काबिज हुई है....शायद राहुल को भी इसी के सहारे यूपी में अपनी पार्टी को खोई हुई वो हैसियत को पानी की कोशिश में लग चुके है...अब राहुल गांधी को दलित लोगों के साथ-साथ दलितों के मसीहा कहे जाने वाले भीम राव अंबेडकर का भई सहारा लेने की कोशिश कर रहे है.... राहुल गांधी अब अंबेडकर की जंयती 14 अप्रैल को पूरे यूपी में यात्रांए शुरु करने जा रहे है.....राहुल की इस पहल में कहीं ना कहीं दलितों को अपनी पार्टी को आकर्षित करने का दिखावा मात्र ही लगता है। राहुल गांधी इससे पहले दलित के घर जाकर उनके घर का खाना खाकर वो सहानुभूति लेने की पूरी कोशिश कर चुके है.......लेकिन अब वो अंबेडकर जयंती के सहारे पूर प्रदेश की यात्रा कर अंबेडकर के सहारा लेकर दलित वोट बैंक को हथियाने की मुहिम में लगने जा रहे है......राहुल की ये मुहिम कितनी कामयाब होती है ये तो आने वाले वक्त की बात है...... लेकिन मायावती को इस यात्रा की भनक लगते ही वो इस यात्रा की काट निकालने की तैयारी में भी जुट चुकी है..... कांग्रेस के इस अभियान की काट के लिए राज्य में सत्तारूढ़ बहुजन समाज पार्टी ने इसी दिन एक वृहद् कार्यक्रम करने का फैसला किया है। शाम 5 बजे होने वाले कार्यक्रम के लिए बसपा ने एक लाख से ज्यादा लोगों को जुटाने की तैयारी की है। ऐसे में कांग्रेस की प्रदेश इकाई को आशंका है कि कहीं बसपा के कार्यक्रम के सामने राहुल गांधी का शो फीका न पड़ जाए। अब ये देखना है कि इस दलित प्रेम के सहारे राजनीति करने वाले राहुल गांधी और मायावती में किस का पलड़ा भारी रहता है ये ते वक्त ही बता सकता है....

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