2/01/2010

..........अमर प्रेम का..........अमर अंत

आखिर अब जाकर अमर सिंह और मुलायम सिंह की प्रेम कहानी का क्लाइमेंक्स हो गया जिसका इंतजार भारतीय राजनीति में बड़ी मुद्दत से किया जा रहा था। लेकिन इस के साथ-साथ जयाप्रदा को भी समाजवादी पार्टी से रास्ता दिखा दिया गया और चार विधायकों की भी छुट्टी कर दी गयी। अमर सिंह को सपा से निकालते वक्त ये आरोप लगाये गये कि वो पीछले एक महीने से पार्टी विरोधी गतिविधियां चला रहे है। अमर सिंह का पीछले चौदह सालों से मुलायम के साथ रहे है.....यानि रामायण में तो हमने सुना है कि राम तो चौदह साल बाद बनवास के बाद वापस आकर अपने भाई भरत से मिलते है........ अमर सिंह भी तो मुलायम को अपना भाई मानते थे.......... लेकिन इस कहानी में अमर सिंह को मुलायम सिंह यादव ने अपने साथ चौदह साल रखने के बाद बनवास का रास्ता दिखा दिया। अमर सिंह ये बार-बार कहते रहे थे कि मुलायम सिंह यादव उनके बड़े भाई की तरह है और सपा से उनका सम्बन्ध जीवन भर रहेगा........ लेकिन इस अमर प्रेम का अन्त चौदह सालों में ही हो गया। अमर सिंह के पीछले बयानों पर गौर करे तो वो बार-बार कहते रहे है कि समाजवादी पार्टी से जूते मारकर निकाला जायेगा तो ही वो बाहर जायेगा...... इस बयान के बाद सपा को कुछ नेता तो यहां तक कह दिये कि अमर सिंह बहुत इस वेशर्म इंसान है...... लेकिन अब अमर सिंह को लग चुका है कि पार्टी ने उन्हें जूते मार ही दिये है। अमर सिंह और मुलायम सिंह यादव के इस अलगाव की मुख्य वजह पार्टी में मुलायम परिवार की बढ़ती पैठ को माना जा रहा है......लोक सभा के मध्यावधि चुनाव फिरोजाबाद में हार से इस कहानी की नींव रखी जा चुकी थी......बार-बार अमर सिंह पार्टी में मुलायम सिमह यादव के परिवार की बढ़ रही दखलअंदाजी पर बोलते रहे.....वो इस तरह से पार्टी में बढ़ रही परिवारवाद के कारण काफी दिनों से बोलते रहे.......लेकिन मुलायम सिंह यादव को अपने परिवार प्रेम कुछ ज्यादा दिखा और अपने अमर प्रेम को तोड़ना ही मुनासिफ लगा। अमर सिंह को लेकर समाजवादी पार्टी ने जो कदम उठाया है उसका फायदा नहीं नुकसान ज्यादा दिख रहा है....... अमर सिंह पार्टी को तोड़ने की भरपूर कोशिश करगें साथ-ही-साथ पार्टी में उनके कुछ भरोसे मंद लोग खुद-ब-खुद उनके साथ आयेगे........ जिसकी शुरुआत आज से ही हो चुकी है। ये तो रही अमर प्रेम की कहानी के क्लाइमेंक्स की वजह लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये उठता है कि अमर सिंह का अगला कदम क्या होगा....... कहा जाता है कि अमर सिंह संभावनाओं के खिलाड़ी है जिसका हर दाव निशाने पर ही लगता है.........या यूं कहे कि अमर सिंह के पास वो चाभी है जो हर ताले को खोलने में माहिर है........

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